रक्षाबंधन करने के साथ लोगो ने लिया वृक्ष का बचाने का संकल्प
मयूरहंड : प्रखंड के पचमों करमा जंगल में पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग चतरा द्वारा के 73 वे स्वतंत्रता दिवस सह रक्षाबंधन के पावन अवसर पर पेड़ के साथ रक्षाबंधन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय मुख्य वनसंरक्षक संजीव कुमार थे। कार्यक्रम की शुरुआत जंगल में वन देवी को स्थापित कर पुजा अर्चना के साथ दीप प्रवजलित व नारियल फोड़ कर किया गया। बताते चले की पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता लाने व जंगल से हो रही पेड़ो की कटाई को रोकने के उद्देश्य से वन विभाग के द्वारा पेड़ो का रक्षाबंधन का आयोजन किया गया। रक्षाबंधन कार्यक्रम को लेकर मयूरहंड, करमा ,सेवाल,पपरो सहित अन्य गाँवो के ग्रामीणों ने जंगलो में लगे वृक्ष बचाने के संकल्प के साथ वृक्षों में रक्षासूत्र बांधा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कुमार ने बताया की पर्यावरण समस्या से आज पुरा देश जुझ रहा है। इस समस्या से समाधान पाने का मात्र एक हीं तरीका वृक्षों को बचाना है। हमलोगों की सभ्यता व संस्कृति में जिस तरह रक्षाबंधन के त्यौहार में एक बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर सुरक्षा की संकल्प लेतें हैं। ठीक उसी प्रकार हमलोगों को वृक्षों को रक्षासूत्र बांधकर बचाने का संकल्प लेना की जरूरत है। जंगल को बचाने का प्रयास सभी को करने की आवश्यकता है। जंगल ही हमारा भविष्य है। हम जंगल से है जंगल हम से नहीं है। उन्होंने सभी को अपने निजी जमींन में पौधा लगाने की सलाह दी। मौके पर वन प्रमंडल पदाधिकारी चतरा काली किंकर,आईएसएफ श्री मीणा,वनक्षेत्र पदाधिकारी जगन्नाथ कुमार,समाज सेवी सर्जन दांगी,वनकर्मी अनंत सिंह व दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे।
मयूरहंड : प्रखंड के पचमों करमा जंगल में पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग चतरा द्वारा के 73 वे स्वतंत्रता दिवस सह रक्षाबंधन के पावन अवसर पर पेड़ के साथ रक्षाबंधन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय मुख्य वनसंरक्षक संजीव कुमार थे। कार्यक्रम की शुरुआत जंगल में वन देवी को स्थापित कर पुजा अर्चना के साथ दीप प्रवजलित व नारियल फोड़ कर किया गया। बताते चले की पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागरूकता लाने व जंगल से हो रही पेड़ो की कटाई को रोकने के उद्देश्य से वन विभाग के द्वारा पेड़ो का रक्षाबंधन का आयोजन किया गया। रक्षाबंधन कार्यक्रम को लेकर मयूरहंड, करमा ,सेवाल,पपरो सहित अन्य गाँवो के ग्रामीणों ने जंगलो में लगे वृक्ष बचाने के संकल्प के साथ वृक्षों में रक्षासूत्र बांधा। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि कुमार ने बताया की पर्यावरण समस्या से आज पुरा देश जुझ रहा है। इस समस्या से समाधान पाने का मात्र एक हीं तरीका वृक्षों को बचाना है। हमलोगों की सभ्यता व संस्कृति में जिस तरह रक्षाबंधन के त्यौहार में एक बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर सुरक्षा की संकल्प लेतें हैं। ठीक उसी प्रकार हमलोगों को वृक्षों को रक्षासूत्र बांधकर बचाने का संकल्प लेना की जरूरत है। जंगल को बचाने का प्रयास सभी को करने की आवश्यकता है। जंगल ही हमारा भविष्य है। हम जंगल से है जंगल हम से नहीं है। उन्होंने सभी को अपने निजी जमींन में पौधा लगाने की सलाह दी। मौके पर वन प्रमंडल पदाधिकारी चतरा काली किंकर,आईएसएफ श्री मीणा,वनक्षेत्र पदाधिकारी जगन्नाथ कुमार,समाज सेवी सर्जन दांगी,वनकर्मी अनंत सिंह व दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे।