जर्जर सड़क बनी मुसीबत,खुद को कोस रहे ग्रामीण
रिपोर्ट : आकाश सिंह
मयूरहंड : फिलहाल जर्जर सड़क पहचान बन गई है प्रखंड की। प्रखंड पहूंचने वाला सभी मार्ग खुद का रोना रहा है। सड़को की स्थिति चलने योग्य तो दूर देखने योग्य तक नही बची है। ग्रामीण सड़कों पर चलते समय कभी अपने आप को कोस रहे है तो कभी जनप्रतिनिधियों को। प्रखंड से निकलने वाली सड़के अपनी पहचान खुद बन रहा है। सड़कों की हालत देखकर यात्री सड़को से तौबा करने लगे है। तेतरिया मोड़ से ढोढ़ी मंधनिया जाने वाले मार्ग पर चलना यात्रियों के लिए चुनौती बनी रहती है। सड़क पार करने के समय सड़को की हालत देखकर यात्री भगवान का नाम लेना नही भूल पाते है। ग्रामीण पप्पू दांगी ने बताया कि जन्म के बाद से इस सड़क को पहले की भांति ही आज भी देख रहा हूँ। न जाने कितने नेताओं से सड़क को दुरुस्त करने का आश्वाशन दिया। परन्तु किसी ने आगे बढ़कर सड़क की मरम्मती कराने का कार्य नही किया। सड़क के जर्जर रहने के कारण बड़े वाहनों का संचालन पूरी तरह से बंद है। आने जाने वालों को सड़क पार करने में भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। उसी प्रकार पचमो से चौपारण जाने वाली मुख्य मार्ग प्रखंड के विकास को मुंह चिढ़ाने का कार्य कर रहा है। सड़कों की जर्जर अवस्था को देखकर लगता है प्रखंड में विकास केवल नाम का हुआ हो। विकास की परिभाषा प्रखंड के सड़को को देख बदल जाती है। प्रखंड में दर्जनों विभाग के उंचे उंचे भवन बने। लेकिन सड़क की स्थिति को सुधारा नही जा सका है। ग्रामीणों में जर्जर सड़को को काफी रोष व्याप्त है।