जर्जर सड़क बनी है मंझोली गांव की पहचान
आकाश सिंह
मयूरहंड : विकास का पहिया आज भी कई गांवों में नही पहूंच पाया है। जिसके कारण उन गांव के लोग पहले ही भांति जीवन जीने को विवश है। घर घर विकास पहूंचाने को लेकर केंद्र व राज्य सरकार ने गांव की सरकार का गठन किया। ताकि गांव की सरकार विकास को पिछड़े से पिछड़े गांव व लोग तक ले जा सके। परन्तु गांव की सरकार भी विकास को अपने कागज तक ही सीमित रखा। कुछ इसी तरह की कहानी है कदगावा कला पंचायत के मंझोली गांव की। मंझोली गांव के ग्रामीण आज भी नुकीले पत्थर वाली जर्जर सड़क से आने जाने को लेकर विवश है। जर्जर सड़क की हालत देखकर बड़े वाहन गांव में जाना छोड़ चुके है । जिसके कारण ग्रामीणों को गांव तक पैदल ही जाना पड़ता है। ग्रामीण निर्भय राणा ने बताया कि आरईओ रोड से गांव की दूरी लगभग एक किलोमीटर है। सड़क की स्थिति बदतर से भी बदतर है। सड़क पर निकले नुकीले पत्थर से आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। वही बरसात में सड़क पार करना चुनौती बन जाया करती है। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क निर्माण को लेकर कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधि से भी गुहार लगायी है। इसके बावजूद सड़क की सूरत बदली नही जा सकी है।